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लेखनी कहानी -14-Aug-2023


वो सुर्ख गाल वो 
जादू से भरी आंखें
जो किसी कवि की
कल्पना में रंग भर जाए
मगर जिधर भी वो जाए 
सभी उधर जाएं
जिसे वो देख ले वो
पागल खुशी से हो जाये
जो हो चुपचाप तो 
खामोशियाँ पसर जाएं
जाने क्यों सारे उसको ठहर के देखते हैं
सुना है लोग उसे आंख भर के देखते हैं।

वो जो खुश हो तो
जनाजों में हंसी भर जाए
वो रो दे तो फिजाओं
में ओस सी बिखर जाए
सभी देखें उधर जिधर
से वो गुजर जाए
जो न देखें तो पूछें
कि अब किधर जाएं
कई तो उसको गली से गुजर के देखते हैं
सुना है लोग उसे आंख भर के देखते हैं।।


आधे अधूरे मिसरे/प्रसिद्ध पंक्तियां

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खूबसूरत भाव

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